कवि तो ख़ुद एक कविता हे!
कवि तो ख़ुद एक कविता है
उसमें अनंत गहराई है,
है व्याकुलता, तन्हाई है,
ढूंढ सको तो ढूंढ लो ,
एक ‘सोता‘उसमें कहीं बहता है-
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
है व्याकुलता, तन्हाई है,
ढूंढ सको तो ढूंढ लो ,
एक ‘सोता‘उसमें कहीं बहता है-
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
दुनिया से बेगाना है,
दुनियादारी से अनजाना है,
अव्यक्त, उलझे भावों को,
वो कागज़ पर लिख देता है-
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
दुनियादारी से अनजाना है,
अव्यक्त, उलझे भावों को,
वो कागज़ पर लिख देता है-
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
शब्दों की भी सीमायें हैं,
कविता में कुछ अंश ही आयें हैं,
सागर से निकली इन बूंदों में भी,
कितना कुछ वो कहता है ,
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
कविता में कुछ अंश ही आयें हैं,
सागर से निकली इन बूंदों में भी,
कितना कुछ वो कहता है ,
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
उन शब्दों को हम ना ताकें,
गर उस हलचल को पहचान सके ।
क्या कहना आख़िर वो चाहता है,
उन अर्थों को हम जान सकें,
बेचैनी, उमंग नीरवता को भी,
वो लफ्जों में कह देता है ।
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
गर उस हलचल को पहचान सके ।
क्या कहना आख़िर वो चाहता है,
उन अर्थों को हम जान सकें,
बेचैनी, उमंग नीरवता को भी,
वो लफ्जों में कह देता है ।
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
कविता तो एक माध्यम है,
आख़िर तो कवि को पढ़ना है ।
कलम की इस सीढ़ी से,
उसके ह्रदय तक चढ़ना है ।
वहाँ पहुंचोगे तो पाओगे
एक कलकल करती सरिता है ।
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
आख़िर तो कवि को पढ़ना है ।
कलम की इस सीढ़ी से,
उसके ह्रदय तक चढ़ना है ।
वहाँ पहुंचोगे तो पाओगे
एक कलकल करती सरिता है ।
कवि तो ख़ुद एक कविता है ।
आप सौभाग्यशाली मित्रों का स्वागत करते हुए मैं बहुत ही गौरवान्वित हूँ कि आपने ब्लॉग जगत मेंपदार्पण किया है. आप ब्लॉग जगत को अपने सार्थक लेखन कार्य से आलोकित करेंगे. इसी आशा के साथ आपको बधाई.
ReplyDeleteब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं,
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bahut sundar , nischay hi kavi hi mool kavita hai.
ReplyDeleteSach hai..... neeraj ji ke shabdon mein
ReplyDeleteतब मानव कवि बन जाता है !
जब उसको संसार रुलाता,
वह अपनों के समीप जाता,
पर जब वे भी ठुकरा देते
वह निज मन के सम्मुख आता,
पर उसकी दुर्बलता पर जब मन भी उसका मुस्काता है !
तब मानव कवि बन जाता है !
nice
ReplyDeletebahut sundar bhavpooran rachna ke liye bdhai
ReplyDeletelekin hai yeh rachna.. ise kasiye tab ye kavita hogi.. kavita shabd ki aatma hoti hai shabd ke moh se mukt hokar likhiye..
आपका लेख पड्कर अछ्छा लगा, हिन्दी ब्लागिंग में आपका हार्दिक स्वागत है, मेरे ब्लाग पर आपकी राय का स्वागत है, क्रपया आईये
ReplyDeletehttp://dilli6in.blogspot.com/
मेरी शुभकामनाएं
चारुल शुक्ल
http://www.twitter.com/charulshukla