लोग कहते है ...

ऐ खुदा,
तुझे ढूंढा |
इबादतगाहों में.
दीवारों-दरख्तों में,
संत-फकीरों में,
ना मिला |
.
फिर इक रोज़ राह चलते,
नूर दिखा तेरा |
.
और  ये नादां लोग,
हँसते है,
शायद जलते है मुझसे|
कहते है,
मुझे प्यार हुआ है | 

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